राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष का स्मरणोत्सव


*वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर देश ने मनाया महोत्सव,पीएम मोदी ने किया स्मारक डाक टिकट जारी , जिला मुख्यालय में भी हुई राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का गायन*

*दीपक कुमार दारोघा*

सरायकेला: राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर देश ने मनाया महोत्सव।

सूत्रों के मुताबिक 7 नवंबर की इस ऐतिहासिक दिन में दिल्ली इंदिरा गांधी स्टेडियम में कार्यक्रम हुई। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से विशेष डाक टिकट जारी किया गया। राष्ट्र गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने जनता को शुभकामनाएं भी दी।

वर्ष 1875 में रची गयी गीत वंदे मातरम् आजादी का मंत्र को आगे बढ़ाने में सफल रहा। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की उपन्यास आनंद मठ में यह गीत रचित है। इस गीत ने अंग्रेजी हुकूमत में वर्ष 1905 में बंग भंग के खिलाफ राष्ट्र भावना को जगाया। वंदे मातरम् देश का आवाज बन गया। वंदे मातरम् को 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा ने राष्ट्रीय गीत की मान्यता दी। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर  पूरा देश उत्सव के रूप में मना रहा है। ओडिशा, झारखंड में वंदे मातरम् भक्ति व शक्ति का सामूहिक स्वर है।

 झारखंड राज्य के जिला मुख्यालय सरायकेला में भी उत्सव का माहौल रहा। समाहरणालय परिसर में राष्ट्रगीत वंदे मातरम् का सामूहिक गायन हुई। उपायुक्त नितिश कुमार के नेतृत्व में पदाधिकारी, कर्मियों ने राष्ट्रीय गीत का सामूहिक गायन किया।

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