*सरायकेला में याद किए गये उत्कलमणि, लोगों ने किया श्रद्धा सुमन अर्पित*
*दीपक कुमार दारोघा*
सरायकेला: जिला मुख्यालय सरायकेला स्थित उत्कलमणि आदर्श पाठागार के नाटक भवन में आयोजित पंडित गोपबंधु दास की जयंती समारोह में उनके कृतित्व को याद किया गया एवं उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में उक्त संस्था के पूर्व उपाध्यक्ष सुदीप पटनायक ने कहा कि ओड़िशा के पुरी जिला अंतर्गत सुआंडों गांव में 9 अक्टूबर 1877 को जन्मे गोपबंधु दास एक स्वतंत्र सेनानी थे। उत्कल(ओडिशा)के विभिन्न अंचल को संगठित करने, ओडिया भाषा का उत्थान में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। मौके में संस्था के सचिव जलेश कवि ने कहा कि गोपबंधु दास एक विद्वान कवि थे। उनके कविता से ओड़िया भाषी लोग एक सूत्र में बंधते थे। उनके कृतियां स्मरण कर ओड़िया भाषा संस्कृति की संरक्षण और संवर्धन कर सकते हैं।
इससे पहले संस्था के सदस्यों ने गोपबंधु के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
कार्यक्रम में भोला महांती, काशीनाथ कर, तरुण भोल,शक्ति कुमार पति,सुभाष साहू, चक्रधर महांती, रितेश आचार्य, गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इधर नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज चौधरी गणमान्य लोगों के साथ गोपबंधु चौक पहुंचे एवं यहां स्थित उत्कलमणि गोपबंधु दास के आदमकद प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया और उनके कृतित्व को बयां किया। मौके में "गोपबंधु दास की जय" की आवाज बुलंद हुई।


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