पितृपक्ष हुआ पूरा,शारदीय नवरात्र 22 से


*महालया में लोगों ने पितरों का किया आशीर्वाद प्राप्त और शक्ति उपासना की तैयारी में जुटे*

*दीपक कुमार दारोघा*

सरायकेला: पितृपक्ष के अंतिम दिन महालया में लोगों ने नदी में स्नान कर तर्पण रश्म को पूरा कर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त की और उसके साथ ही शक्ति स्वरूपा के उपासना की तैयारी में जुट गए हैं।

जानकारी के मुताबिक 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू होगी। शक्ति रूपिणी भगवती की अलग-अलग स्वरूपों की उपासना होगी। इसकी समापन 2 अक्टूबर को होगी। सरायकेला में जितुआ से ही मां पाऊड़ी की 16 पूजा शुरू हो चुकी है। सिंहभूम की इष्ट देवता मां पाऊड़ी की 16 पूजा रश्म सरायकेला प्रिंसली स्टेट के समय से होता रहा है। महाअष्टमी को माता दुर्गा की भी पूजा होती है। महाष्टमी को सरायकेला के प्रत्येक घरों से निकलने वाले शंख ध्वनि यह आभास कराता है कि शक्ति रुपिणी माता दुर्गा की पूजा अर्चना हुई। पंडालों में भी माता दुर्गा की प्रतिमा का पूजा अर्चना होती है। फिलहाल महालया में पितृपक्ष के अंतिम दिन लोगों ने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त किया।

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