सरायकेला:डीडीसी रीना हांसदा ने एमडीए आईडीए कार्यक्रम का किया उद्घाटन
*दीपक कुमार दारोघा*
सरायकेला: फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर काटने से होता है, इस मच्छर के संक्रमण से शरीर का अंग हाथी पांव बनने से पहले सामूहिक औषधि आईवरमेक्टिन, डीईसी, एल्बेंडाजोल लें और इस ट्रिपल ड्रग थेरेपी (आईडीए) कार्यक्रम का लाभ उठाएं।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए एमडीए आईडीए कार्यक्रम का सदर अस्पताल सरायकेला में डीडीसी रीना हांसदा ने उद्घाटन किया। उन्होंने खुद फाइलेरिया रोधी दवा सेवन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके में उन्होंने जनता से अपील की कि एक एक व्यक्ति दवा खाएं एवं जिला को फाइलेरिया मुक्त बनाएं। मौके में सिविल सर्जन एसपी सिंह ने कहा कि खाली पेट दवा नहीं खाना है। कार्यक्रम में डॉ भागन हेंब्रम ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के शिकार लोगों में सिंपटम आने में 15 से 20 वर्ष लगता है। इसलिए फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करें। सर्वजन दवा सेवन अभियान 25 अगस्त तक चलेगी। मौके में वीबीडी पदाधिकारी डॉ सुजीत मुर्मू ने कहा कि दवा सेवन के बाद बुखार या उल्टी आए तो शुभ संकेत माना जाए। वीबीडी सलाहकार तनुश्मिता नायक ने कहा कि गर्भवती माता, छोटे बच्चे, बीमार व्यक्ति आईडीए दवा नहीं खाएंगे। बाकी सभी दवा खाएंगे। सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के लिए जिला में 1752 बूथ बने हैं। जिसमें 3504 दबाव प्रशासक सक्रिय हैं। इसमें सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, वॉलिंटियर शामिल है।
इधर सूत्रों के मुताबिक उद्घाटन के साथ ही हर बूथों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम हुई। छूटे लोगों को कल से दवा प्रशासक दल घर-घर जाकर दवा का सेवन कराएंगे।

Comments
Post a Comment